जब तक छोटे शहरों के युवाओं को उचित मंच नहीं मिलेगा तब तक सिनेमा का असली मकसद पूरा नहीं होगा . इसी को ध्यान में रखते हुए लखनऊ फिल्म क्लब की स्थापना 5 साल पहले हुई थी.
बदले हुए परिवेश में इस क्लब का महत्व और भी बढ़ गया है न केवल युवाओं को तकनीकी ज्ञान होना जरूरी है साथ ही साथ उन्हें रियल लाइफ एनवायरमेंट में काम करने का मौका भी मिलना चाहिए.
लखनऊ फिल्म क्लब के निदेशक तारिक खान के मुताबिक आज जब युवाओं के पास वह सारी चीजें उपलब्ध है, जिनसे वह अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं, उचित मंच के अभाव में युवा टैलेंट न केवल हतोत्साहित हो रहा है, बल्कि अपने टैलेंट पर भी शक कर रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए लखनऊ फिल्म क्लब न केवल युवाओं को लेखन, एक्टिंग और प्रोडक्शन के क्षेत्र में नए ट्रेंड्स के बारे में बता रहा है, बल्कि उससे भी ज्यादा उन्हें काम भी मुहैया करा रहा है.
लखनऊ फिल्म क्लब के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ विपिन अग्निहोत्री के मुताबिक आने वाले महीनों में क्लब 8 से 10 लघु फिल्में तथा एक फिल्म फेस्टिवल का आयोजन करेगा जिसके माध्यम से युवाओं को उचित मंच प्रदान किया जाएगा.
https://www.kvs24news.com/2021/01/lucknow-film-club.html
http://khabarhikhabar.com/8492/
http://www.untnews.in/archives/7725
https://www.shatrangtimes.page/2021/01/blog-post_65.html
https://www.breakingnewsexpress.com/news_details.php?dj=NDU0ODg=